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मंगलवार, 7 अप्रैल 2020

मइया की मइया, उनकी भी मइया - दिलीप कुमार पाठक

ओ मइया मोरी, बालक मैं तेरो|~2
 
मइया की मइया, उनकी भी मइया|
आदि शक्ति जननी , नवइया खिवैया||
 
चरणों में तेरे,सुख की है छैया|
तुझ बिन ओ मैया, कौन है सुनैया||
 
आजा ओ माता, लल्ला पुकारता|
भूखो दुलार को, पथ तेरो हेरो||
 
ओ मैया मेरी, बालक मैं तेरो||~2
 
दिलीप कुमार पाठक सरस

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