ओ मइया मोरी, बालक मैं तेरो|~2
मइया की मइया, उनकी भी मइया|
आदि शक्ति जननी , नवइया खिवैया||
चरणों में तेरे,सुख की है छैया|
तुझ बिन ओ मैया, कौन है सुनैया||
आजा ओ माता, लल्ला पुकारता|
भूखो दुलार को, पथ तेरो हेरो||
ओ मैया मेरी, बालक मैं तेरो||~2
दिलीप कुमार पाठक सरस
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