कभी उनको तो जाना है कभी भी छोड़ जायेंगे.....
तुम्हारा प्यार संग-ए-दिल कभी वो तोड़ जायेंगे.....
चलो अब मान लो तुम ये नहीं हमदम तुम्हारें वो....
तुम्हें रोता हुआ वो छोड़कर मुख मोड़ जायेंगे......
कमाया अबतलक जो था सभी सामान उनको था....
लुटा दो चाहे सब कुछ तुम वो फिर भी छोड़ जायेंगे......
भला कैसे जिओगे तुम बिना हमराज के जाने....
तुम्हारे प्यार की सरगम वो जब भी तोड़ जायेंगे......
जो तुमने ख़्वाब देखा है न सच होगा कभी भी अब....
तुम्हारे इश्क़ में दरिया का रुख जो मोड़ जायेंगे......
नहीं करना सुनो इकरार पारस प्यार का अपना.....
ग़मों से वो तुम्हारा यार रिश्ता जोड़ जायेंगे.....
#पारस_दिलसे
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