वज़्न-2122-2122-2122-212
अर्कान-फाइलातुन,फाइलातुन
,फाइलातुन,फाइलुन
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रूबरू ना मिल सकें तो काल होना चाहिए।
बात का इक सिलसिला हर हाल होना चाहिए।-01
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हाय कोई शख़्स कैसे यार बिन भी रह सके।
दौर लम्बा गर चले बदहाल होना चाहिए।-02
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हो रक़म ज़्यादा भले कम फ़र्क इससे है नहीं,
इश्क़
पर मुहब्बत से नहीं कंग़ाल होना चाहिए।-03
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चाहतें हो ग़र किसी से तो चले फिर सिलसिला,
ग़र न मुमकिन इश्क़ का ये जाल होना चाहिए।-04
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मानिए भी यार है पर दूरियां भी वो रखे,
हरक़तें ये आंख अपनी लाल होना चाहिए।-05
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ये उन्हें पैगाम है "ध्रुव" दूरियां ही अब रखें,
ये न कोई दोस्ती जंजाल होना चाहिए।-06
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स्वरचित,कापीराइट,ग़ज़लकार,
प्रदीप ध्रुवभोपाली,भोपाल,म.प्र.
दिनाँक.12/01/2020
मो.09589349070
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