वज़्न-221-212-221-212-12/
मफ़ऊल,फाइलुन, मफऊल,फाइलुन,फआ,
उनकी दुकां हुई जो बंद ये सवाल है।
इस बात के लिए ही मुल्क़ में बवाल है।।
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जिस बात का वो माइना ही जानते नहीं,
उसकी ख़िलाफ़तो में हैं ये तो कमाल है।-02
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हिन्दू मुसलमां बीच नफरत के बीज बो,
हासिल करेंगे कुर्सियां असली ये हाल है।-03
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ये मुल्क़ भी जले मगर उसका निज़ाम हो,
इस वास्ते ही हो रहा सारा बवाल है।-04
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सामंतवाद फिर चले वो इस फ़िराक़ में,
ज़म्हूरियत हटा के लूट का ख़याल है।-05
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जो राजशाही छिन गई तो हांथ मल रहे,
वो अब भी कह रहे कि मुल्क़ उनका माल है।-06
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उनकी लगाई आग में ये मुल्क़ जल रहा,
ताज़ुब है रत्ती भर नहीं उनको मलाल है।-07
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स्वरचित,कापीराइट,शायर, प्रदीप
ध्रुवभोपाली,भोपाल,म.प्र.
दिनाँक.22/01/2020
मो.9589349070
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