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मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

ग़ज़ल :- उनकी दुकां हुई जो बंद ये सवाल है - प्रदीप ध्रुव


वज़्न-221-212-221-212-12/
मफ़ऊल,फाइलुन, मफऊल,फाइलुन,फआ,

उनकी  दुकां  हुई  जो बंद ये सवाल है।
इस बात के लिए ही मुल्क़ में बवाल है।। 
*
जिस बात का वो माइना ही जानते नहीं,
उसकी ख़िलाफ़तो में हैं ये तो कमाल है।-02
*
हिन्दू मुसलमां बीच नफरत के बीज बो,
हासिल करेंगे कुर्सियां असली ये हाल है।-03
*
ये मुल्क़ भी जले मगर उसका निज़ाम हो,
इस वास्ते ही हो रहा सारा बवाल है।-04
*
सामंतवाद फिर चले वो इस फ़िराक़ में,
ज़म्हूरियत हटा के लूट का ख़याल है।-05
*
जो राजशाही छिन गई तो हांथ मल रहे,
वो अब भी कह रहे कि मुल्क़ उनका माल है।-06
*
उनकी लगाई आग में ये मुल्क़ जल रहा,
ताज़ुब है रत्ती भर नहीं उनको मलाल है।-07
*
★★★★★★★★★★★★
स्वरचित,कापीराइट,शायर, प्रदीप
ध्रुवभोपाली,भोपाल,म.प्र.
दिनाँक.22/01/2020
मो.9589349070
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