रविवार, 12 अप्रैल 2020
नज़्म:- शादी! हां शादीलोग कहते बर्बादी।पर लड़की बन जातीलड़के के दिल की शहज़ादी - खुशबू खुशी
शादी! हां शादी
लोग कहते बर्बादी।
पर लड़की बन जाती
लड़के के दिल की शहज़ादी।
अनछुए अहसास
दिल के पास
गहराते हैं, पास बुलाते हैं
अपने शौहर की
मिलन कि आस
ऐसा क्यों?
यह होता है विश्वास
उनपर जिनके संग
हमें रहना ज़िन्दगी भर
बहुत सुंदर रिश्ता है
बस लगे न किसी की नज़र
जरूरत है भावनाएं समझें
मत रखें ज्यादा आशाएं
फिर देखो इतना अथाह प्रेम
जो तुम्हें कभी न मिला हो
हाँ मैं खुश हूँ तुम्हें पाकर
मेरी हर ख्वाइश पर
आपका सोचना,
उसे पूरी करने की इच्छा
मेरी गलत बात पर मुझे डांटना, मनाना, समझाना
मेरा साथ देना,
मेरे साथ घुल मिल जाना
हाँ है अलग अहसास
जो शायद खुद में ही
बहुत सुंदर है।।
खूशबू खुशी
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