कोई पहिया ख़राब चलता है ।
तो वो ठेला ख़राब चलता है ।
एक पुर्ज़ा ख़राब चलने से ,
कारख़ाना ख़राब चलता है ।
जानता हूँ ख़राब है वो शख़्स,
हाँ पर इतना ख़राब चलता है ।
बोला इक शहसवार," मैं देखूं ,
कौन लंगड़ा ख़राब चलता है" ।
खूब हँसिये मगर कभी न कभी
वक़्त सबका ख़राब चलता है ।
लो ये मंज़िल भी देख ली आख़िर ,
अब ये ख़ानाख़राब चलता है ।
- चराग़
तो वो ठेला ख़राब चलता है ।
एक पुर्ज़ा ख़राब चलने से ,
कारख़ाना ख़राब चलता है ।
जानता हूँ ख़राब है वो शख़्स,
हाँ पर इतना ख़राब चलता है ।
बोला इक शहसवार," मैं देखूं ,
कौन लंगड़ा ख़राब चलता है" ।
खूब हँसिये मगर कभी न कभी
वक़्त सबका ख़राब चलता है ।
लो ये मंज़िल भी देख ली आख़िर ,
अब ये ख़ानाख़राब चलता है ।
- चराग़
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