विषय~महाशिवरात्रि
दोहे~😊
कृपा आपकी शीश पर, जिसके भोलेनाथ |
उसका जीवन धन्य है, यश है उसके हाथ ||
नाथ आपकी है कृपा, खुशियाँ रहतीं साथ|
माँ के छूता जब चरण, माँ चूमे मम माथ||
एक हृदय शिव शक्ति है, अद्भुत-सा चलचित्र |
सुन्दरतम् वरदान है,पाया पत्नी-मित्र ||
एक साधना आपकी, योगी का विस्तार |
साध रही हर साध जो,एक आप आधार||
गणपति के प्यारे जनक, मेरे मन के ईश|
रखते भर निज नेह से, वरदहस्त मम शीश ||
दिलीप कुमार पाठक "सरस"
संस्थापक
विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत
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