हिंदी साहित्य वैभव

EMAIL.- Vikasbhardwaj3400.1234@blogger.com

Breaking

सोमवार, 27 अप्रैल 2020

8:03 am

परशुराम जयंती के उपलक्ष्य में ऑनलाइन कवि सम्मेलन की खबर कुछ अखबार, बेब पोर्टल पर प्रकाशित

तुलसी साहित्यिक सामाजिक संस्था द्वारा ऑनलाइन कवि सम्मेलन आयोजितबदायूं। परशुराम जयंती के उपलक्ष्य में तुलसी साहित्यिक सामाजिक संस्था के द्वारा एक ऑनलाइन...

शुक्रवार, 24 अप्रैल 2020

12:48 am

वक़्त - वक़्त की बात

वक़्त वक़्त की बात आज वही लोग ज़िनके पास कभी वक़्त ही नहीं होता था अपने लिये आज बड़े इतमिनान से वक़्त निकाल कर बार बार अपनी पारखी नज़र सहारे निगाह...

गुरुवार, 23 अप्रैल 2020

12:01 pm

भारत जिसका शौर्य सूर्य है दीप्तिमान सदियों से - आदित्य तोमर

भारत जिसका शौर्य सूर्य है दीप्तिमान सदियों से। झलका जिसका गर्व पहाड़ों से, ममता नदियों से।। कण-कण में छविचित्र राम के, पग पग तीर्थ अटे हैं। जोकि...
11:17 am

महाराणा प्रताप भारत का परमवीर बलिदानी - विकास भारद्वाज

महाराणा प्रताप भारत का परमवीर बलिदानी । दुश्मनों को मारा था लेकर नाम जय माँ भवानी ।। चले राणा का चेतक सामने कोई रुक न सका । चली तेज तलवार तो गद्दार...

बुधवार, 22 अप्रैल 2020

6:34 pm

एक थी बेगम : एक असफल बेगम की सफलता की कहानी है ये क्राइम सीरीज़

एक थी बेगम : एक असफल बेगम की सफलता की कहानी है ये क्राइम सीरीज़ https://youtu.be/JMTAw7GL6G8 मूल चित्र :- गूगल      ट्रेलर : यूटयूब  एक...
7:58 am

आक्रोश :- फख्र से उठती वर्दी का तुमने सिर गिरवाया हैं - सत्यदेव श्रीवास्तव

.#आक्रोश#  फख्र से उठती वर्दी का तुमने सिर गिरवाया हैं  वसन सिंह के लेकिन तुम पर गीदड़ का साया हैं  सिंहो की टोली में तुम श्रगाल...

शनिवार, 18 अप्रैल 2020

7:15 am

नज़्म कहो कि जीना नज़्म है जीने की एक और रस्म है नज़्म कहो.... गुलज़ार साहब

नज़्म कहो कि जीना नज़्म है जीने की एक और रस्म है नज़्म कहो.... गुलज़ार साहब Kavita Baisakhi 2020 Nazm kaho..... Winners will be selected by Gulzar Sir. First...
6:12 am

सरस्वती वन्दना :- शब्द के कुछ सुमन है समर्पित तुम्हे

शब्द के कुछ सुमन है समर्पित तुम्हे, बस चरण में इन्हें अब शरण चाहिए । कण्ठ से फूट जाये मधुर रागनी, गीत- गंगा में गोते लगता रहूँ। स्वर लहर में रहे भीगते...

बुधवार, 15 अप्रैल 2020

4:03 am

मुकतक-राब्ता अपना दुआओं का असर

लगता है।।राब्ता अपना दुआओं का असर लगता है।।जाने क्यों तुझको मुझे खोने का डरलगता है।।बज्म मैं इक भी मिसरा ये नहीं कह पाता।।है तो शायर ये मगर...
12:53 am

ग़ज़ल :- मुझे कहते रिश्ता निभाना भी है - खुशबू जैन

मुझे कहते रिश्ता निभाना भी है।मगर दिल मेरा फिर दुखाना भी है।।हुनर मुझको खोने का उसमे नहींमुझे छोड़कर उसको जाना भी  है।।मुझे कहते हैं प्यार करता तुम्हेंमगर...
12:51 am

ग़ज़ल :- मेरे दिल में ये मुहब्बत सी खिली जाती है - खुशबू जैन

मेरे दिल में ये मुहब्बत सी खिली जाती है।तेरे आने की जो उम्मीद जगी जाती है।।हिज़्र में आपकी यूँ हाल हुआ है दिलबरदिल तड़पता है मेरा, सांस रुकी जाती है।।जानती...
12:50 am

ग़ज़ल :- जमाने से खुद को बचाना भी है - खुशबू जैन

जमाने से खुद को बचाना भी है।मगर आगे बढ़कर दिखाना भी है।।भले फिक्र कल की बहुत है मगरहरेक पल को हँसकर बिताना भी है।।बुराई भी मिलनी ज़रूरी यहाँअगर तारीफों...

मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

6:58 am

बालकविता~"मेरे प्यारे-प्यारे पापा - दिलीप पाठक

मुझे दिखाओ मेला पापा|वहाँ दिलाना केला पापा||झूलूँगा मैं झूला पापा|झूला फूला-फूला पापा||बाइक पर बैठाओ पापा|जल्दी से ले जाओ पापा||कपड़े तो हो पहने पापा|लगते...
5:23 am

ग़ज़ल :- तिरी दामन बचाने की ये आदत भी अदावत है - प्रदीप ध्रुव

वज़्न-1222-1222-1222-1222-मफाईलुन, मफाईलुन, मफाईलुन, मफाईलुन***   ****   ****   ***   **  **तिरी दामन बचाने...
5:22 am

ग़ज़ल :- हवाले आग के गफलत में करते जा रहे वो - प्रदीप ध्रुव

वज़्न-1222-1222-1222-122मफाईलुन, मफाईलुन, मफाईलुन, फऊलुन.***हवाले आग के गफलत में करते जा रहे वो।न हो जाएं खुदी नीलाम डरते जा रहे वो।-01*अमन की बात करते...
5:21 am

ग़ज़ल :- खुशी का कोई लम्हा याद रखना है - प्रदीप ध्रुव

वज़्न-1222-1222-1222,मफाईलुन, मफाईलुन, मफाईलुन.****  ***  ***  ***  ***  ****खुशी का कोई लम्हा याद रखना है।नहीं दिल में कोई फ़रियाद...
5:16 am

★★★गीत-अंजुरी भर★★प्रदीप ध्रुव★

भावनाओं ने कहा तो अंजुरी भर गीत ले कर आ रहे हम।विघ्न भी हैं सघन राह में निशिचर खड़े आघात को तम।*संगठित निशिचर हुए और भद्रजन में द्वेष है।बुद्धि का अभिमान...
5:15 am

ग़ज़ल :- तू खुदा तो नहीं पर इनायत किया कर - प्रदीप ध्रुव

वज़्न-212-212-212-212,2***तू खुदा तो नहीं पर इनायत किया कर।बावफा रह,न कोई बग़ावत किया कर।-01*यार है यार मानिन्द रुख चाहिए,दुश्मनो की न कोई वकालत किया कर।-02*ख़ास...
5:14 am

ग़ज़ल :- लिफाफा बंद उनके नाम का पैगाम लिक्खा है - प्रदीप ध्रुव

वज़्न-1222-1222-1222-1222,मफाईलुन×4***  ***  ***  **   ***   **  **लिफाफा बंद उनके नाम का पैगाम लिक्खा है।खयालो...
5:12 am

ग़ज़ल :- उनकी दुकां हुई जो बंद ये सवाल है - प्रदीप ध्रुव

वज़्न-221-212-221-212-12/मफ़ऊल,फाइलुन, मफऊल,फाइलुन,फआ,उनकी  दुकां  हुई  जो बंद ये सवाल है।इस बात के लिए ही मुल्क़ में बवाल है।। *जिस...
5:11 am

★★गीत-प्रीति न कीजिए★★ प्रदीप ध्रुव

प्रीति न कीजिए,है अदावत बहुत।प्रीति है अब सियासी बग़ावत बहुत।*मुख में अमृत है,दिल में ज़हर जो भरा।खोट वाले हैं मिलते,न मिलता खरा।अब कहीं नहिं मिलेगी शराफत...
5:10 am

★गीत-लहरा लो तिरंगा प्यारा★प्रदीप ध्रुव

तिरंगा पे हुए क़ुर्वान, शहीदों की अमानत है।तिरंगा प्यारा लहरा लो,नहीं करना बग़ावत है।*न जाने कितनी माताओं की गोद भी हुई सूनी।सुहागें उजड़ी बहनों की,गम बरसात...
5:08 am

ग़ज़ल :- बवंडर लग रहा होगा ये इम्तेहान थोड़ी है - प्रदीप ध्रुव

बवंडर लग रहा होगा ये इम्तेहान थोड़ी है।उसे भी तो पता होगा कि वो नादान थोड़ी है।-01*हुआ था कल जो बंटवारा उसी का है नतीज़ा ये,हमारा है रहेगा भी ये पाकिस्तान...
5:07 am

गीत-उपवन और झरने - प्रदीप ध्रुव

***गीत उपवन और झरने नदी बह रही।गीत पर्वत सदृश ये सदी कह रही।*पीर है इक सदी की जो संभाब्य है।ये तो वृत्तांत लघु में महाकाव्य है।गीत सुर में जो ढलती मचलती...
5:06 am

ग़ज़ल :-ग़रीबों पे ग़ज़ल है ये निहायत दास्तां उनकी - प्रदीप ध्रुव

वज़्न-1222×4,मफाईलुन×4***ग़रीबों पे ग़ज़ल है ये निहायत दास्तां उनकी।बयां करते फटेहालात जो है खामखां उनकी।-01*यतीमों पे ग़ज़ल है तो उन्हीं के नाम से होगी,न हो...
5:05 am

ग़ज़ल :- ये प्यार भी मुक़म्मल मिलता नहीं सभी को - प्रदीप ध्रुव

वज़्न-2212-1222-2121-22***ये प्यार भी मुक़म्मल मिलता नहीं सभी को।चाहत खिला हुआ ग़ुल  मिलता नहीं सभी को।-01*बेज़ार हो चला वो गम की तपिश हुई जब,रौशन हुआ...
5:00 am

ग़ज़ल :- जिनके खातिर भी हमने लुटा जान दी - प्रदीप ध्रुव

वज़्न-2222-1221-2212***जिनके खातिर भी हमने लुटा जान दी।उनने भी तो मुझे मौत आसान दी।-01*ये है आसां नहींं दोस्त हरदम रहे,दोस्त कल का मिटा दे मुझे ठान दी।-02*मैं...
4:59 am

गीत :-खुशियाँ ज़िन्दगी की - प्रदीप ध्रुव

मात्राभार-14-14***खूटियों पर टाँग खुशियाँ,हो गये परिवार के हम।चैनसुख भूले सभी कुछ,बन मुसाफ़िर ख़ार के हम।*भूल हम बैठे स्वयं को,कर्मपथ चलते रहे बस।त्याग...
4:57 am

ग़ज़ल :- यादों के साये ज़िन्दगी ग़ुज़ार लेंगे हम- प्रदीप ध्रुव

यादों  के  साये  ज़िन्दगी  ग़ुज़ार  लेंगे हम।पहले  जो  हो  गई  ख़ता  सुधार  लेंगे हम।-01उनपे ...
4:55 am

ग़ज़ल :- जब से रुखसत हुआ दिलरुबा नही आया - प्रदीप ध्रुव

जब से रुखसत हुआ दिलरुबा नही आया ।जाने  क्या कुछ  हुआ  महरवाँँ नहीं आया ।।-01*हमने मागा सुकून था उससे मगर वो तोबदला मौसम कभी कहकशां नहीं...
4:53 am

गीत :-प्रेम क्या है - प्रदीप ध्रुव

प्रेम क्या है सुनो साथियों, प्रेयसी का मिलन साज है।मीरा ने ज्यों किया कृष्ण से,बस वही नेक अंदाज़ है।*राग है रागिनी प्रेम स्वर,माँ का वात्सल्य शुचि प्रेम...
4:52 am

गीत :-खुशबुओं की तरह - प्रदीप ध्रुव

खुशबुओं की तरह हम बिखरते रहे,दिल में सबके मगर हम उतरते रहे।वक्त के जो थपेड़े पड़े हम पे हैं,उससे ज़्यादा और हम निखरते रहे।*कभी गुल सरीखे सजाये गये,सजावट ...
4:51 am

गीत :- शान तिरंगा - प्रदीप ध्रुव

सैनिक बोला माटी चंदन,मान तिरंगा है,मेरी शान तिरंगा है।जान लुटाकर शान बचायें,जिसमें जाँ बसती,वोअरमान तिरंगा है।*पूजन करते हम माटी का,माँ की शान बढ़ाते हैं।एक...
4:50 am

ग़ज़ल :- हादसा है ज़िन्दगी ये मौत भी इक हादसा है - प्रदीप ध्रुव

बह्र/अर्कान-2122×4,फाइलातुन×4★★★★★★★★★★★★हादसा है ज़िन्दगी ये मौत भी इक हादसा है।चाह बिन जीना यहाँ मरना यहाँँ भी खाँमखा है।-01हौंसला मुझमे दिखा जाँवाज...
4:48 am

ग़ज़ल :- मसाइल बहुत से खुराफ़ात वाले - प्रदीप ध्रुव

★★★★★ग़ज़ल★★★★★बह्र/अर्कान-122×4***मसाइल बहुत से खुराफ़ात वाले।सियासी इनायत करामात वाले।।*सियासी एजेण्डे छुपे तौर चलते,मुल्क़ तोड़ दें यार हालात वाले।*बहाना...
4:47 am

ग़ज़ल :- आँँसू बहे जो रात भर तो बन गई ग़ज़ल - प्रदीप ध्रुव

*******ग़ज़ल*******बह्र/अर्कान-2212-2212-2212-12******************************आँँसू बहे जो रात भर तो बन गई ग़ज़ल।ये ज़िन्दगी में ज़ख्म आये तन गई ग़ज़ल।*दो...
3:55 am

ग़ज़ल :- है छेद सफ़ीना में इल्ज़ाम समंदर पे - प्रदीप ध्रुव

है छेद सफ़ीना में इल्ज़ाम समंदर पे।बदनाम हुए खुद वो इल्ज़ाम मुकद्दर पे।*गुमनाम रहे कबसे अश़आर नहीं आये,बन के वो मिलें ग़ालिब भटके जो गली दर पे।*सामान...
3:51 am

ग़ज़ल :- हिदायत ये जमाने में निभाना है - प्रदीप ध्रुव

वज़्न-1222-1222-1222***हिदायत  ये  जमाने में  निभाना  है।पता  आया  जहां तो  कैदखाना है।*हिकारत से  उन्हें वो ...
3:50 am

ग़ज़ल :- चोर मैं तू है सिपाही तो मज़ा है आ रहा - प्रदीप ध्रुव

चंद अश़आर/ग़ज़ल**************************बह्र/-2122-2122-2122-212फाइलातुन फाइलातुन फाइलातुनफाइलुनचोर मैं तू है सिपाही तो मज़ा है आ रहा।तू सड़क मैं यार...
3:49 am

ग़ज़ल :- सियासत को क़रीने से अगर तुम खुद सजाओगे - प्रदीप ध्रुव

***********ग़ज़ल**********बह्र/अर्कान-1222*4,मफाईलुन*4***सियासत को क़रीने से अगर तुम खुद सजाओगे।यकीं मानो फतह का दौर तब ही यार लाओगे।*बुलंदी में नहीं...
3:46 am

ग़ज़ल :- सब अकेले ही न चखा जाये - प्रदीप ध्रुव

वज़्न-2122-2112-22सब अकेले ही न चखा जाये।कुछ सभी का ख़्याल रखा जाये।-01*हम नहीं बेगार करेंगे अबकाम भी अब ख़ास दिया जाये।-02*हो गये हो आप मसीहा जब,ख़ैरमक़दम...
3:44 am

हास्य रचना/चुनाव का मौसम - प्रदीप ध्रुव

चुनाव का मौसम आया,नेताजी ने बुज़ुर्गो के पाँव छुए।और विजयश्री मिलते ही पाँच बरस को ईद के चाँद हुए।फिर क्या...ग़ुमशुदा नेता की तलाश में जनता ने जगह जगह इश्तहार...
3:43 am

हास्य रचना/आग किसने लगाई - प्रदीप ध्रुव

तुम शेर..हम..सवाशेर..गुलमटो..ये आग किसने लगाई..मै ने और मिश्रीलाल ने....सालो को घोल घोल के ऐसा पिलाया..अरे.हमने.तो कान में फुसफुसायाहम हैं न..लगे रहो...
3:42 am

गीत :- आज सुखमय जिएं किसने देखा है कल - प्रदीप ध्रुव

आज सुखमय जिएं किसने देखा है कल।रुख यहां ज़िन्दगी का बदलता है पल।आश विश्वास संचार सुखमय करे।जो मिले घाव थे आज उनको भरे।ऐसा जीवन भी जीना नहीं काम का,हर...
3:41 am

गीत :- हमें चलना संग सभी के,पर इतिहास भी रखना याद हमें - प्रदीप ध्रुव भोपाली

हमें चलना संग सभी के,पर इतिहास भी रखना याद हमें।हम आंखें मूंद चलें नहीं अब,नहीं होना फिर बर्वाद हमें।*हम भाईचारा रखेंगे पर,पर नीयत पर चौकस होंगे।कहता...
3:39 am

गीत :- दिन पुराने लौट आए हैं - प्रदीप ध्रुव भोपाली

बिछड़ कर जो गये पंछी, यकायक लौट कर आए।बहुत सहमें हुए चहरे, गिरफ्त से छूट कर आए।कोई पैदल ही चलकर के,आए गांव को अपने।शहर से वो चले आए,जो देखे छोड़कर सपने।भयावह...
3:33 am

दीप आओ जलाएं,हम कोरोना भगाएं - प्रदीप ध्रुव भोपाली

दीप आओ जलाएं,हम कोरोना भगाएं।आ गया है जो संकट,हम उसको मिटाएं।घर के रहकर सजग,देना मात हमें।हो सेनेटाइज इसमें,देना साथ हमें।दाल कोरोना की,न अब गल पाएगी,हर...
2:01 am

मुक्तक‌- दिल के करीब ये कभी आजार - अभिषेक जैन

न करना।। दिल के करीब ये कभी आजाद न करना।। ये इश्क है इसको कभी अखबार न करना।। वो काम का बंदा है अभी काम बहुत है।। ये रोग लगाकर उसे बेकार मत...

सोमवार, 13 अप्रैल 2020

7:36 pm

नशा तेरे प्यार का - वीरेन्द्र कौशल

नशा  तेरे  प्यार  का देखो तो कितना अज़ीब हो गर कहीं रेंज़ से दूर कर देता मुझे मज़बूरऐसा होता यूं महसूसहूँ  नहीं ...
11:07 am

ग़ज़ल :- ग़ज़लमेरी जान कितना सताने लगी है - पारस गुप्ता

मेरी  जान  कितना  सताने  लगी  है..... वो सपनों में फिर से हां आने लगी है.....निगाहों  में मेरी थी तस्वीर जिसकी...वहीं...
11:06 am

ग़ज़ल :- क्या खुदा मंजूर करता अब दुआ है.....पारस गुप्ता

२१२२,२१२२,२१२२क्या  खुदा  मंजूर  करता  अब  दुआ है.....इश्क़  क्यों  लगता  मुझे  अब बद्दुआ है.....लिख रहे...

विशिष्ट पोस्ट

सूचना :- रचनायें आमंत्रित हैं

प्रिय साहित्यकार मित्रों , आप अपनी रचनाएँ हमारे व्हाट्सएप नंबर 9627193400 पर न भेजकर ईमेल- Aksbadauni@gmail.com पर  भेजें.