दुख पैदा कर दे।
मन की भावनाओ
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अनन्तराम चौबे 'अनन्त'
जबलपुर म प्र
9770499027
|
वही तो हमदर्दी है
वो शव्द ही ऐसा है
हमदर्दी हो जाती है ।
हमदर्दी से कोई
किसी का दिल
भी जीत सकता है ।
हमदर्दी तो कदम
कदम पर रहती है ।
नफरत को भी
क्षण मे बदल दे ।
हमदर्दी ऐसी होती है ।
नफरत करने वालो से
भी हमदर्दी हो जाती है ।
सुअर जानवर ऐसा है
दूर सभी उससे रहते है ।
सुअर के बच्चे को
कुत्ते पकड़ ले अपनी
जान बचाने को जोर
जोर से चिल्लाता है ।
देखने वाले के दिल मे
हमदर्दी हो जाती है ।
बच्चे के उस दर्द को
देखकर हमदर्दी
सबको होती है ।
कुत्तो से छुड़ाकर
सुअर के बच्चे की
मिलकर जान बचाते है ।
हमदर्दी का रिश्ता ऐसा है
किसी से भी जुड़ जाता है ।
दुख दर्द का नाता ऐसा है
हमदर्दी से जुड जाता है ।
कोई आतंकी कोई डाकू
कोई दुष्कर्मी दुराचारी
जब भी मारा जाता है ।
तब हमदर्दी नही होती है ।
क्ररता के भाव से मन
मे हमदर्दी नही होती है ।
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