विचरण भले कहीं भी कर लो अपना घर अपना होता है ।
भले सप्तरंगी हो पर सपना तो सपना होता है ।।
संघर्ष कष्ट और विपदायें जीवन के वैभव होते हैं ,
इतिहास पुरुष बनने के लिये जीवन भर तपना होता है ।।
पवन शंखधार
कवि / मंच संचालक
स्वरदूत -9927433400
भले सप्तरंगी हो पर सपना तो सपना होता है ।।
संघर्ष कष्ट और विपदायें जीवन के वैभव होते हैं ,
इतिहास पुरुष बनने के लिये जीवन भर तपना होता है ।।
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