उसने रिश्ता कोई रखा ही नहीं
सब इसे लाइलाज कहते हैं
इश्क के रोग की दवा ही नहीं
तुम मुझे यूँ भी भूल सकती हो
सोच लो, मैं कभी मिला ही नहीं
उसको मुझ जैसा इश्क करने का
रोग लगना था पर लगा ही नहीं
अब मुझे लूटने को आये हो
जब मेरे पास कुछ बचा ही नहीं
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पुष्पराज यादव (स्त्रोत : फेसबुक) |
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