हिंदी साहित्य वैभव

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Breaking

शुक्रवार, 27 जुलाई 2018

9:58 pm

आज जन्मदिन है युवा साहित्यकार विकास भारद्वाज जी का आइये लुत्फ लेते है उनकी कुछ ग़ज़लों का......

आज रू-ब-रू होते हैं उस कम उम्र के उस बड़े शायर से... जिसकी कहन दाँतों तले उँगलियाँ दबाने पे मजबूर कर देती है... हम बात कर रहे हैं यूपी के शहर बदायूं...
1:07 am

कलम अनवरत् फिर चलती जायेगी तब हमें खूबसूरत सी मंजिल हासिल होगी - विकास भारद्वाज

गुरू जी चरणों में मेरी कुछ पंक्तियां समर्पित :- गुरू-चरणों से गुरू - ह्र्दय तक, गुरू-प्रेम से सींचेगा जब रूह अपनी होगी । कलम अनवरत् फिर चलती जायेगी...

गुरुवार, 26 जुलाई 2018

9:14 pm

हिन्दुस्तान में सुहागिन महिलाएं करवा रही मुड़न - राजेश मिश्र

ये उमा रमा का साहस है ये वीरों की परिभाषा है जो ढोल पीटते हिन्दू का धरती पर घोर कुहासा है बेदर्दी जल्लादों सा व्यवहार यहां पर होता है कुछ चंद लफंगे हसते...

मंगलवार, 24 जुलाई 2018

मंगलवार, 17 जुलाई 2018

10:45 pm

गांव का घर - अनन्तराम चौबे

गांव हमारा सुन्दर प्यारा गांव का घर है अलग न्यारा । बचपन की है याद दिलाता । बरसात का मौसम याद है आता । पानी रोज वहाँ गिरता था । हफ्तो सूरज दर्शन नही...
6:10 pm

धन औ शोहरत त्यागिये अब दोस्ती इंसान से आओ निभायें - प्रदीप ध्रुवभोपाली

धन औ शोहरत त्यागिये अब दोस्ती इंसान से आओ निभायें। भूँख से जो हैं हताहत और दुखी आओ गले उनको लगायें। धर्म जाति के बखेड़े राजनैतिक आपसी मे हैं लड़ाते, हिन्द...
4:56 am

नई रोशनी नई पहल ~विमोचन एवं सम्मान समारोह दौसा(राजस्थान) ~यात्रावृत्त

जैसा कि प्रजातन्त्र स्तम्भ का प्रकाशन के चीफ आ0 अनिल कुमार गुप्ता जी ने पहले ही अवगत करा दिया था कि दौसा में विमोचन और सम्मान समारोह 15 जुलाई 2018 को...
4:30 am

अपने मित्र की पाँच वर्षीय बच्ची के निधन का कारुणिक चित्रण - दिलीप कुमा पाठक

अन्तर्मन  के  क्रन्दन  को  मैं , अन्दर  रोक  नहीं पाया| पाँच साल की बच्ची को जब, निज हाथों से दफ़नाया|| पाला पोसा बड़ा...

गुरुवार, 12 जुलाई 2018

9:50 pm

मुहब्बत ग़ज़ल संग्रह से अक्स बदायूँनी की जी कुछ ग़ज़लें

ग़ज़ल  क्र० 1 बहर-.हज़ज मुसद्दस सालिम 🌸 वज़्न - 1222  1222  1222 अरकान-  मुफाइलुन मुफाइलुन मुफाइलुन 🌸 क़ाफ़िया— आ...स्वर 🌸...
9:50 pm

ग़ज़ल - अब मरीज़े इश्क़ को कैसा ठिकाना चाहिए - चित्रा भारद्वाज

अब  मरीज़े  इश्क़ को कैसा ठिकाना चाहिए आतिशे दिल को हवा पर आशियाना चाहिए लग गईं हैं दाँव पर साँसें बिसाते इश्क़ में इस तरफ या उस तरफ...
5:30 am

शाइरी की बुनियाद ही मुतालआ यानी अध्ययन - फ़ैयाज़

पढ़ना क्यों ज़रूरी है? _________________ शाइरी की बुनियाद ही मुतालआ यानी अध्ययन होती है. बग़ैर पढ़े आप बहुत दिनों तक शाइरी नहीं कर सकते या अच्छी शाइरी तो...
5:18 am

हमदर्दी- मन मे दिल मे दुख पैदा कर दे। मन की भावनाओ को विचलित कर दे - अनन्तराम चौबे

मन मे दिल मे दुख पैदा कर दे। मन की भावनाओ अनन्तराम चौबे 'अनन्त'     जबलपुर म प्र     9770499027 को विचलित कर दे । वही तो हमदर्दी...

बुधवार, 11 जुलाई 2018

11:16 pm

ग़ज़ल - जो भी रहने को था रहा ही नहीं - पुष्पराज यादव

जो भी रहने को था रहा ही नहीं उसने रिश्ता कोई रखा ही नहीं सब इसे लाइलाज कहते हैं इश्क के रोग की दवा ही नहीं तुम मुझे यूँ भी भूल सकती हो सोच लो, मैं कभी...
10:06 am

वीर सपूत मंगल पाण्डे की शहादत पर प्रस्तुत रचना - राजेश मिश्र प्रयास

देश भक्त बलवीरों का झरना प्रताप का वहता है वतन की खातिर मिट जाते बस नाम अमर वो रहता है मंगल पाण्डे भड़क गये थे उस अग्रेजी वर्दी से कारतूस बनवाते गोरे गाय...
1:59 am

ग़ज़ल :- तितली से दोस्ती न गुलाबों का शौक़ है - चिराग़ शर्मा

तितली से दोस्ती न गुलाबों का शौक़ है । मेरी तरह उसे भी किताबों का शौक़ है ।। वरना  तो  नींद  से  भी नही कोई ख़ास रब्त, आँखों को सिर्फ़...
1:14 am

अदब की दो मशहूर शख्सियतें - एक के लिए ताजमहल एक शहंशाह की मोहब्बत की निशानी है, एक ऐसी कहानी है, जो कभी खत्म नहीं हो सकती, जबकि दूसरे शायर के लिए यह एक ऐसी इमारत है, जो गरीबी और गरीबों का मजाक उड़ाती है...

अदब की दो मशहूर शख्सियतें - शकील बदायूनी और साहिर लुधियानवी। एक के लिए ताजमहल एक शहंशाह की मोहब्बत की निशानी है, एक ऐसी कहानी है, जो कभी खत्म नहीं...

मंगलवार, 10 जुलाई 2018

9:05 pm

सहा है दर्द किस हद तक यह मैंने आशनाई में - राजेश शर्मा

सहा है दर्द किस हद तक यह मैंने आशनाई में । जिगर भी हो गया घायल यह तेरी बेवफाई में ।। मेरी गलती है यह मैंने तुझे चाहा जो शिद्दत से, तड़पकर मर नहीं जाऊँ...
7:36 pm

ग़ज़ल - ज़ुबाँ को जब हमारी डर से - आनन्द तन्हा

ज़ुबाँ को जब हमारी डर से फ़ालिज मार जाता है । मुक़ाबिल झूठ के तब  सच  हमेशा  हार जाता है ।। यक़ीनन  कुछ  कमी तो है, हमारे ...
6:44 pm

कविता - मां ममता की मूरत होती, करुणा की धारा - भानु शर्मा रंज

मां ममता की मूरत होती, करुणा की धारा है वो अनंत नेह हृदय में उसके,नेह की किनारा है वो नौ माह कोख में रखती है, ममतामयी अकेली वो प्रसव की...
5:50 am

देखकर मुझको तेरा वो मुस्कुराना - सना परवीन

देखकर मुझको तेरा वो मुस्कुराना याद है, निगाहें दीदार कर फिर नजरें चुराना याद है। याद है मुझको खनकती चूड़ियों के संग, रफ्ता रफ्ता तेरा वो गुनगुनाना याद...
5:40 am

नज़्म - ●सच्चे प्यार का आखिरी तोहफा - आंसू● - अक़्स बदायूँनी

तुमने जो खत किताबों में मेरी छुपाये वो आज भी मोह्ब्बत की खुशबू देते है तुमसे शिकायत भी बहुत सी है जिंदगी की तमाम हसरतें अधूरी रह गयी    पर...
5:22 am

नज़्म - क्या किसी नज़र का मैं ख़्वाब हूँ - चारु अग्रवाल "गुंजन"

क्या किसी नज़र का मैं ख़्वाब हूँ ? या किसी के दिल का करार हूँ; मैं अपनी ही आँखों में ढल गयी... देखा गौर से...मैं बदल गयी एक खोज़ हूँ, एक प्यास हूँ ख़ुद में...
3:54 am

सकल कर्म है जीवन सार - डॉ० राहुल शुक्ल 'साहिल'

चौपई/जयकरी छंद🎋 विधान~ चार चरण,प्रत्येक चरण में 15 मात्राएँ, अंत में गुरु लघु, दो-दो चरण समतुकांत जय जय हो सबकी जयकार| जयकरी छन्द करे पुकार|| राम...
1:37 am

लघु कथा -अलविदा - पुष्प सैनी

प्रज्ञा की आँखें नीले आसमान को एकटक तक रही थी, उसके पास मैं बैठा था लेकिन उसने एक बार भी पलकें उठाकर मेरी तरफ नही देखा ।तभी उसे ओर ठंड महसूस हुई तो उसने...

सोमवार, 9 जुलाई 2018

9:13 pm

थाईलैंड: गुफा से 4और बच्चे निकाले, दुनिया का सबसे बड़ा बचाव अभियान चल रहा है जाबांज गोताखोर गुफा में फंसे बच्चों को निकालने में पूरा प्रयास....

थाईलैंड की थाम लुआंग गुफा में 23 जून से फंसे 12 लड़कों और उनके फुटबॉल कोच को बाहर निकालने के लिए अब गोताखोरों की मदद ली जा रही है. गोताखोरों की मेहनत...
8:04 pm

ग़ज़ल - आप जो आये तो ये मौसम सुहाना हो गया ~शैलेन्द्र खरे"सोम

आप जो आये तो ये मौसम सुहाना हो गया शुक्रिया, बेज़ार दिल मेरा दी'वाना हो गया बस कयामत ढा रही है आपकी ये सादगी आपकी नज़रों का मैं जैसे...
6:35 pm

ग़ज़ल - गली-मुहल्लों में देखो वबाल करने लगे - शिव शरण बंधु

गली - मुहल्लों  में  देखो  वबाल  करने लगे ज़हीन लोग भी क्या-क्या कमाल करने लगे ज़मीं के लोग मुहब्बत से क्यूं नहीं रहते फ़लक के...
4:30 am

सजल :- सुनो प्यारे जहाँ माँ बाप है कैसा वहाँ डर है - रेनू सिहं

सुनो प्यारे जहाँ माँ बाप है कैसा वहाँ डर है। हमेशा साथ चलते हैं न दिन देखा न दुपहर है।। चढ़ा है शौक सत्ता का जिसे वो मद में डूबा क्यों, अकड़कर यूँ चले...
3:50 am

सजल विधा - आज हम लेकर आये हैं एक बिलकुल नई “सजल विधा”।

आज हम लेकर आये हैं एक बिलकुल नई “सजल विधा”।यह विधा उर्दू की गजल विधा का हिन्दी रूप है। इसको लिखने के लिये गजल की बह्र को सीखने के बदले केवल मात्रा गणना...

रविवार, 8 जुलाई 2018

8:40 pm

वो भी शायद ख़ुश नहीं है दिल हमारा तोड़कर - राशीद राहत

इश्क़ के इस आसमाँ का एक तारा तोड़कर। उसने हमको रख दिया है आज सारा तोड़कर।। आँख भीगी होठ सूखे और माथे पर शिकन। वो भी शायद ख़ुश नहीं है दिल हमारा...
8:02 pm

लगाते ठेस अपने ही मगर रोना नही अच्छा - संतोष कुमार

लगाते  ठेस अपने ही मगर रोना नही अच्छा । सदा उनके लिए तो बेरुखी होना नही अच्छा ।। अगर हो क्रोध में कोई तो कुछ भी बोल देता है । हमेशा ऐसी बातें...
10:30 am

मुक्तक - तन की नज़ाकत को मैं प्यार समझ बैठा - डा राहुल शुक्ला

तन की नज़ाकत को मैं प्यार समझ बैठा| उनकी शराफ़त को मैं इकरार समझ बैठा| वो तो यूँ ही सफर के मददगार थे| मैं तो उनको जीवन का हार समझ बैठा| डा राहुल शुक्ला...
9:19 am

ग़ज़ल - दिखाओ आँख मत हमको, तेरे ही हम दिवाने है - बृजमोहन श्रीवास्तव

दिखाओ आँख मत हमको, तेरे ही हम  दिवाने है । भले  ही भूल जा मुझको , तेरे आशिक  पुराने है ।। जिसे  मनमीत कहते हो , नज़र  लूट ...

शनिवार, 7 जुलाई 2018

12:57 am

कवि केदारनाथ सिंह के बारें ये बाते जरूर जानें.....

केदारनाथ सिंह 7 July 1934 – 19 March 2018), हिन्दी के सुप्रसिद्ध कवि व साहित्यकार थे। वे अज्ञेय द्वारा सम्पादित तीसरा सप्तक के कवि रहे। भारतीय ज्ञानपीठ...

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