माँ तो बच्चों के लिए खुद को भूल जाती है ।
माँ ही सदा हमें पापा की डाँट से बचाती है ।।
जमाने के ताने - बाने से घबराता मेरा मन,
माँ अब घर से दूर याद तुम्हारी...
26/11/2008 के मुंबई हमले की आज 9 वीं बरसी है वीर जवानो की शहादत को मेरा सलाम, भावपूर्ण श्रद्धांजलि इस हमले में कई लोगों की जान गई थी
काले लिवासधारी मौत...
आपको जबसे दिल में बसाने लगे ।
फिर नये गीत हम गुनगुनाने लगे ।।
चाँद उतरा बिखरने लगी चाँदनी ।
प्यार तुमसे हुआ वो बताने लगे ।।
कर दिया आपके इश्क ने फिर नशा...
सुप्रीम कोर्ट से शिक्षा मित्रों को एक बार फिर जबर्दस्त धोखा प्राप्त हुआ है । सुप्रीम कोर्ट ने कुछ देर सुनवाई करके दीपक मिश्रा जी ने शिक्षा मित्रों के...
ये ख्याल भी न जाने कैसा ख्याल है
खोया रहता हूँ तुम्हारे ख्यालों में,
तेरी चाहत जो अक्सर खींच लेती है
मुझको तेरी ओर।
डूबा सा जाता हूँ तुझमें इस कदर,
कि...
रिश्तों की संजीवनी में बुजुर्गो की भूमिका
रिश्तों की संजीवनी बूटी बन जाते है, हमारे
घर के बुजुर्ग
कांपता हाथ सिर पर रखते ही, रास्तों के पत्थर हटा देते...
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पर्यावरण का तात्पर्य है सभी प्राकृतिक हमारा परिवेश जैसे की भूमि, वायु, जल, पौधें, पशु, ठोस सामग्री, कचरा, धूप, जंगल और अन्य वस्तु।
स्वच्छ वातावरण...
गजल क्र○ 4
तुम्हारे पढे खत जमाना हुआ
मिले बाद वर्षों फसाना हुआ
सताती मुझे याद शामों-सहर
जख़म आज मेरा पुराना हुआ
मुझे देख पलकें झुका के मिली
हमारा सफ़र...
जल जीवन
यूँ व्यर्थ न बहाओं
मूल आधार
जल दूषित
रोग फैलते जब
सचेत रहो
गगन मेघा
बूँद बन बरसे
सावन भादों
झरना बन
नदी में जल बहें
पहाडों बीच
बारिश आयी
तिरक्षी...
विधा- निबन्ध
गंगा नदी भारत की प्राचीन नदियों में से एक है और इसका अपना एक इतिहास है ।
यह नदी सब भारतीयों की एक आस्था का भी प्रतीक माना जाता है इससे हमारी...
गुन्डागर्दी बन्द करो,यूपी में जब से जोगी है
भ्रष्टाचार बन्द करो ,यूपी में अब से योगी है ।।
महाराष्ट्र में देवेन्द्र, यूके में त्रिवेन्द्र हुये सिद्ध
संन्यासी...
गजल क्र○ 1
उसको जब मोहब्बत निभानी नही थी
उसको चाहत ए इश्क दिखानी नही थी
बडी मुश्किल से सीखा है तेरे बगैर जीना
इस दिल को मोहब्बत सिखानी नही थी
तुमसे सनम...
केसरिया गुलाल अम्बर से बरसा ऐसा पानी
नशीली आँखें गुलाबी गाल हर सूरत हरषानी
देखो छोटू भी भर लाया पिचकारी रंग वाली
गुडिया भी ले आई रंग-बिरंगे रंग की थाली
आया...
1
होली
पर्व आया
घर तुम आये
गुलाल संग
प्रीतम
2
कपडे
रंग बिरंगे
बन गये पकवान
खाओ मीठा
पान
3
साजन
तुम बिन
सब फीकी होली
देखती राह
गली
4
सबको
लगादो रंग
आओ...
पेडों पर नयी शाखाऐं और फूलों की डाली ,
खेतो मे लहराती सरसो और गेहूँ की बाली
हर तरफ खुशहाली बंसत के मौसम में
हल्की ठंण्क का सुहानी मौसम आ गया ।।
हर तरफ...