हिंदी साहित्य वैभव

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Breaking

बुधवार, 13 दिसंबर 2017

8:07 pm

"माँ याद तुम्हारी सताती है "

माँ तो बच्चों के लिए खुद को भूल जाती है । माँ ही सदा हमें पापा की डाँट से बचाती है ।। जमाने के ताने - बाने से घबराता मेरा मन, माँ अब घर से दूर याद तुम्हारी...

शनिवार, 25 नवंबर 2017

5:59 am

कविता- तुम्हारा क्रंदन, तुम्हारा बलिदान

26/11/2008 के मुंबई हमले की आज 9 वीं बरसी है वीर जवानो की शहादत को मेरा सलाम, भावपूर्ण श्रद्धांजलि इस हमले में कई लोगों की जान गई थी काले लिवासधारी मौत...

शनिवार, 11 नवंबर 2017

मंगलवार, 17 अक्टूबर 2017

12:02 am

दीपावली दोहे

नन्हें दीपक की लगन, आँधी को दे मात । अँधेरा दूर भगा कर, उगा लालिमा प्रात ।। सजा दिया थाल पूजा, साथ रहे परिवार । मनाओ घर - घर ऐसे , दीपों का त्यौहार...

शनिवार, 14 अक्टूबर 2017

5:50 am

हाइकु दीपावली

दीपक जले दीपावली की शाम उजाला फैले दिवाली पर्व जगमग बाजार रोशन द्वार चिराग जला लक्ष्मी गणेश पूजा कृपा कर दो माटी के दीप जलाओ सब लोग चाइना छोड़ो तुम...
5:50 am

गजल

आपको जबसे दिल में बसाने लगे । फिर नये गीत हम गुनगुनाने लगे ।। चाँद उतरा बिखरने लगी चाँदनी । प्यार तुमसे हुआ वो बताने लगे ।। कर दिया आपके इश्क ने फिर नशा...

शुक्रवार, 13 अक्टूबर 2017

5:33 am

गजल

बह्र 👉👉  : २१२   २१२   २१२  २१२ अरकान   : फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन काफिया    : ...

मंगलवार, 1 अगस्त 2017

7:04 am

उत्तर प्रदेश के शिक्षा मित्रों का संघर्ष

सुप्रीम कोर्ट से शिक्षा मित्रों को एक बार फिर जबर्दस्त धोखा प्राप्त हुआ है । सुप्रीम कोर्ट ने कुछ देर सुनवाई करके दीपक मिश्रा जी ने शिक्षा मित्रों के...

बुधवार, 26 जुलाई 2017

4:53 am

हरियाली तीज

हरियाली तीज दोहे- घर में नव व्यंजन बनें, खाना लगे लजीज । सावन आये बरसता, तब हरियाली तीज।। हाथों में रच मेंहदी, सखियाँ गाये गीत । सबके सजन घर आये, तुम...

शनिवार, 22 जुलाई 2017

4:17 am

बस एक ख्याल तुम्हारा

ये ख्याल भी न जाने कैसा ख्याल है खोया रहता हूँ तुम्हारे ख्यालों में, तेरी चाहत जो अक्सर खींच लेती है मुझको तेरी ओर। डूबा सा जाता हूँ तुझमें इस कदर, कि...

गुरुवार, 20 जुलाई 2017

8:34 am

रिश्तों की संजीवनी में बुजुर्गो की भूमिका

रिश्तों की संजीवनी में बुजुर्गो की भूमिका रिश्तों की संजीवनी बूटी बन जाते है, हमारे घर के बुजुर्ग कांपता हाथ सिर पर रखते ही, रास्तों के पत्थर हटा देते...

सोमवार, 5 जून 2017

7:42 am

विषय- पर्यावरण संतुलित कैसे हो ?

🍀☘🌱🌳🌴 पर्यावरण का तात्पर्य है सभी प्राकृतिक हमारा परिवेश जैसे की भूमि, वायु, जल, पौधें, पशु, ठोस सामग्री, कचरा, धूप, जंगल और अन्य वस्तु। स्वच्छ वातावरण...

मंगलवार, 9 मई 2017

8:59 pm

निर्भया : सपना डाॅ. बनना था, चंद पलों में टूटा था । - विकास भारद्वाज

विजया घनाक्षरी कछुआ गति इंसाफ, असर न्याय का हाफ। निर्भया के माँ बाप के,जज्बे को नमन करो।। सशख्त कानून दिला, बेटी को न्याय मिला । कोर्ट का निर्णय...

शनिवार, 6 मई 2017

10:00 am

गजल

गजल क्र○ 4 तुम्हारे पढे खत जमाना हुआ मिले बाद वर्षों फसाना हुआ सताती मुझे याद शामों-सहर जख़म आज मेरा पुराना हुआ मुझे देख पलकें झुका के मिली हमारा सफ़र...

सोमवार, 24 अप्रैल 2017

6:33 am

हाइकू- पानी

जल जीवन यूँ व्यर्थ न बहाओं मूल आधार जल दूषित रोग फैलते जब सचेत रहो गगन मेघा बूँद बन बरसे सावन भादों झरना बन नदी में जल बहें पहाडों बीच बारिश आयी तिरक्षी...

रविवार, 23 अप्रैल 2017

12:21 am

लघुकथा:- नारायणी

एक महिला थी उसका नाम नारायणी अर्थात् लक्ष्मी I उसके तीन बेटे और बेटियाँ थी सभी का विवाह हो चुका था और सभी बेटे अपना नया मकान बनाकर रहने लगे जिनमें...

शनिवार, 22 अप्रैल 2017

मंगलवार, 11 अप्रैल 2017

1:19 am

गंगा (सफाई)ऐक्शन प्लान/ठोस एवं जैव औषधीय कचरा प्रबंधन विधा- निबन्ध

विधा- निबन्ध गंगा नदी भारत की प्राचीन नदियों में से एक है और इसका अपना एक इतिहास है । यह नदी सब भारतीयों की एक आस्था का भी प्रतीक माना जाता है इससे हमारी...

सोमवार, 10 अप्रैल 2017

6:37 am

गंगा स्वच्छता/नमामि गंगे

विधा-तुकांत नदियों का नहीं कोई रखवारा हरा भरा स्वच्छ हो जग सारा पापियों का हो उद्‌धार जिससे पवित्र निर्मल बहती गंगा धारा जन-जन में जब आस जागाएगा,...

गुरुवार, 6 अप्रैल 2017

12:54 am

गजल:- इरादा जो किया उसको मुझे अब दिखाना है

गजल क्र○ 3 बह्र- 1222×4 इरादा जो किया उसको मुझे अब दिखाना है मुहब्बत में मिला गम है वफा यूँही निभाना है ढहाये जो सितम उसने अभी तक इस मुहब्बत में              ...

शनिवार, 1 अप्रैल 2017

6:12 am

गजल:- मुहब्बत लुटाने के दिन आ रहे है

गजल क्र○ 2 मुहब्बत लुटाने के दिन आ रहे है नजर को चुराने के दिन आ रहे है तुम्हारी निगाहें मुण्डेरे पे अटकीं कबूतर उडाने के दिन आ रहे है तुम्हारा बदन...
5:56 am

मुक्तक- जीवन एक चुनौती

जीवन भर लक्ष्य चुनौती रहता है जीवन दुखमय गागर मे रहता है मंजिल मिल जाये संघर्ष करने से जीवन सुखमय सागर में बहता है ©विकास भारद्वाज "सुदीप"   9627193400          ...

मंगलवार, 28 मार्च 2017

1:50 am

कविता- वो है मेरी प्यारी माँ

मेरे सपनों को सहलाती है माँ जिद्द करने पर बहलाती है माँ घर में नये पकवान बनाये जो वो है मेरी प्यारी माँ। आँचल की छाँव में रखती है माँ मेरी चोट पर...

सोमवार, 27 मार्च 2017

4:14 am

गजल :-तुम्हारे सितम को सहन कर रहा हूँ

गजल क्र○ 5 तुम्हारे सितम को सहन कर रहा हूँ जिगर का तलातुम दफन कर रहा हूँ नशीली निगाहों से घायल हुये जब जखम को छुपाकर कफन कर रहा हूँ चमन में गुजारे...

सोमवार, 20 मार्च 2017

रविवार, 19 मार्च 2017

1:28 am

उत्तर प्रदेश- "योगी राज" कविता- वीर रस

गुन्डागर्दी बन्द करो,यूपी में जब से जोगी है भ्रष्टाचार बन्द करो ,यूपी में अब से योगी है ।। महाराष्ट्र में देवेन्द्र, यूके में त्रिवेन्द्र हुये सिद्ध संन्यासी...

बुधवार, 15 मार्च 2017

10:21 pm

गजल:- चाहत ए इश्क

गजल क्र○ 1 उसको जब मोहब्बत निभानी नही थी उसको चाहत ए इश्क दिखानी नही थी बडी मुश्किल से सीखा है तेरे बगैर जीना इस दिल को मोहब्बत सिखानी नही थी तुमसे सनम...

सोमवार, 13 मार्च 2017

12:14 am

होली/रंग

केसरिया गुलाल अम्बर से बरसा ऐसा पानी नशीली आँखें गुलाबी गाल हर सूरत हरषानी देखो छोटू भी भर लाया पिचकारी रंग वाली गुडिया भी ले आई रंग-बिरंगे रंग की थाली आया...

रविवार, 12 मार्च 2017

5:35 am

फागुन/होली- सायली छंद

1 होली पर्व आया घर तुम आये गुलाल संग प्रीतम 2 कपडे रंग बिरंगे बन गये पकवान खाओ मीठा पान 3 साजन तुम बिन सब फीकी होली देखती राह गली 4 सबको लगादो रंग आओ...

शुक्रवार, 10 मार्च 2017

5:28 am

●मुक्तक- महफिल ए इशारा●

महफिल ए यार में देख हमें इशारा करती हो सबसे नजर बचा आँखो से गवारा करती हो मुझको छुपकर देखना तेरा बदनाम न कर दे हमसे क्यू रूठ कर खुद से किनारा करती हो ©कवि...
5:16 am

●मुक्तक- काजल-कलंक●

जब शबनमी आँखो मे वो काजल लगाती है ना जाने कितने आरमाँ वो दिल में जगाती है कंलक लगे ना आँचल पर यूही वफा निभाना सदा पास है वो मुझको ये एहसास कराती है ©विकास...

बुधवार, 8 मार्च 2017

12:09 am

●मेरे प्यारे वतन हिन्दुस्तान की शान है नारी ●

विज्ञान व तकनीकी को अब सिखाती है नारी । समाज व राष्ट्र को मजबूती दिखाती है नारी ।। सीता, सती - सावित्री जैसी पूज्यनीय नारी            ...

रविवार, 5 मार्च 2017

12:28 am

♡बसंत का मौसम♡

पेडों पर नयी शाखाऐं और फूलों की डाली , खेतो मे लहराती सरसो और गेहूँ की बाली हर तरफ खुशहाली बंसत के मौसम में हल्की ठंण्क का सुहानी मौसम आ गया ।। हर तरफ...

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