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बुधवार, 8 मार्च 2017

●मेरे प्यारे वतन हिन्दुस्तान की शान है नारी ●

विज्ञान व तकनीकी को अब सिखाती है नारी ।
समाज व राष्ट्र को मजबूती दिखाती है नारी ।।
सीता, सती - सावित्री जैसी पूज्यनीय नारी                
पति - पत्नी  में  विश्वास  की  डोर  है नारी ।।

जन्म देती है, और बोलना सिखाती है नारी ।
खुद का सुख छोड बच्चों को पालती है नारी ।।
भाई-बहन के अनोखे बंधन में रहती हो तुम
अपने बच्चों के लिए ममता का सागर है नारी ।।

मेरे प्यारे वतन हिन्दुस्तान की शान है नारी ।
घर की सुख समृध्दि,परिवार का मान है नारी ।।
घर का काम बिना रूके करें,ना करे विश्राम
अबला नही मैदान में संग्राम का नाम है नारी ।।

घर-आँगन की शान, शक्ति की धारण है नारी ।
लक्ष्मीबाई बन देश-धर्म की रक्षा करती नारी ।।
दुनिया में बहन,माँ-बेटी,पत्नी के रूप हो तुम
एक ही सिक्के के दो पहलु हैं पुरुष और नारी ।।

©विकास भारद्वाज "सुदीप"
 9627193400                                     
 08 मार्च 2017


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