तेरा दिल बेक़रार अच्छा था ।
मेरा भी इंतजार अच्छा था ।।
ये सनम दिल मेरा जलाने का.. ।
वो तुम्हारा अंदाज अच्छा था ।।
बेचैनी दिल की बढती ही जाये... ।
पहले दिल का करार अच्छा था ।।
उसका भी खूब दबदबा होगा... ।
वो शायद जानकार अच्छा था ।।
साँस दे कर्ज कर दिया चुकता ।
वो हमारा कर्जदार अच्छा था ।।
दर्द ए दिल की तुम दवा करते...।
वो तुम्हारा रोजगार अच्छा था ।।
लोग करते हैं' बात मय्यत पर ....।
आदमी दिल का यार अच्छा था ।।
हर दवा बेअसर हैं जख्म़ो पर ।
बेवफा तेरा वार अच्छा था..।।
देखते अब सुदीप राहों में ......।
उसका भी ऐतबार अच्छा था ।।
©विकास भारद्वाज "सुदीप"
10 नवम्बर 2017
nice
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