मेरी तनहाई को कोई आवाज तो दे,
मेरे प्रेम गीत को कोई साज तो दे,
कदमों में झुका दे हम आसमाँ को,
मेरे सपनों को कोई परवाज़ तो दे ।।
कुमार सागर
शनिवार, 23 जून 2018
मुक्तक - मेरी तनहाई को कोई आवाज तो दे
Recommended Articles
- अभिषेक जैन
मुक्तक- दिल के करीब ये कभी आजार - अभिषेक जैन Apr 14, 2020
न करना।। दिल के करीब ये कभी आजाद न करना।। ये इश्क है इसको कभी अखबार न करना।। वो काम का बंदा है अभी काम बहुत है।। ये रोग लगाकर उसे बेकार मत...
- पारस गुप्ता
मुक्तक :- गुलाबी जाम से ज्यादा , गुलाबी होठ कर दूंगा - पारस गुप्ता Apr 13, 2020
गुलाबी जाम से ज्यादा , गुलाबी होठ कर दूंगा.....मुझे ना चूमना देखो , तुम्हें बेहोश कर दूंगा.....नशा कितना है मुझमें प्यार...
- पारस गुप्ता
मुक्तक :- ज़िन्दगी का मजा नहीं खोना है....पारस गुप्ता Apr 13, 2020
मुक्तकज़िन्दगी का मजा नहीं खोना है....दिल्लगी इक सजा नहीं रोना है....कैसा है ये नशा मोहब्बत का...आपसे अब जुदा नहीं होना है.......
- पारस गुप्ता
मुक्तक :- नहीं यारों मेरी आदत किसी से इश्क करने की - पारस शायर दिल से Apr 13, 2020
नहीं यारों मेरी आदत किसी से इश्क करने की.....मगर इस दिल की हैं चाहत किसी से इश्क करने की.....यहां ...
1 टिप्पणी:
हिंदी साहित्य वैभव पर आने के लिए धन्यवाद । अगर आपको यह post पसंद आया हो तो कृपया इसे शेयर कीजिये और comments करके बताये की आपको यह कैसा लगा और हमारे आने वाले आर्टिक्ल को पाने के लिए फ्री मे subscribe करे
अगर आपके पास हमारे ब्लॉग या ब्लॉग पोस्ट से संबंधित कोई भी समस्या है तो कृपया अवगत करायें ।
अपनी कविता, गज़लें, कहानी, जीवनी, अपनी छवि या नाम के साथ हमारे मेल या वाटसअप नं. पर भेजें, हम आपकी पढ़ने की सामग्री के लिए प्रकाशित करेंगे
भेजें: - Aksbadauni@gmail.com
वाटसअप न. - 9627193400
विशिष्ट पोस्ट
सूचना :- रचनायें आमंत्रित हैं
प्रिय साहित्यकार मित्रों , आप अपनी रचनाएँ हमारे व्हाट्सएप नंबर 9627193400 पर न भेजकर ईमेल- Aksbadauni@gmail.com पर भेजें.
बहुत खूब
जवाब देंहटाएं