मुहब्बत ग़ज़ल संग्रह में डॉ. ब्रजेन्द्र नारायण द्विवेदी 'शैलेश' की कुछ ग़ज़लें
ग़ज़ल क्र० 1
श्याम की मीरा दीवानी हो गयी ।
यह कहानी तो पुरानी हो गयी ।।
प्यार की सौगात प्यारे छीन ली ।
बोझ अपनी जिंदगानी हो गई ।।
देखकर...
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