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रविवार, 5 अगस्त 2018

मित्र प्यार की, सरस धार - दिलीप कुमार पाठक

मित्रता दिवस की हार्दिक बधाई के साथ ~

मित्र प्यार की, सरस धार है|
मित्र प्यार का, सरल सार है||
मित्र प्यास है, नवल आस है|
मित्र गंध का, कमल पास है||

मित्र सृष्टि की,अनुपमा लगी|
मित्र प्रीत में, सहजता पगी||
मित्र गीत का, अधर साज है|
मित्र राग से, नवल आज है||

मित्र साथ में, सहज गीत से|
मित्र हार में, सकल जीत से||
मित्र प्रात सा, नयन योग है|
मित्र ज्ञान का, मधुर भोग है||

मित्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ
🌹🙏🏻🌹

©दिलीप कुमार पाठक "सरस"
              संस्थापक
जनचेतना साहित्यिक सांस्कृतिक समिति
      बीसलपुर (पीलीभीत)

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