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रविवार, 19 अगस्त 2018

अटल अटल थे अभी अटल है । कल तक जो इस पृथ्वी पर थे । वही अटल आज व्रह्मविलीन हो गये । धरा पर जिसका नाम अटल था । आकाश में जाकर अटल हो गया है । - अनन्तराम चौबे "अनन्त"

अटल अटल थे
अभी अटल है ।
कल तक जो
इस पृथ्वी पर थे ।
वही अटल आज
व्रह्मविलीन हो गये ।
धरा पर जिसका
नाम अटल था ।
आकाश में जाकर
अटल हो गया है ।
तारो के संग हिल
मिल गया है ।
आज सभी के
दिलो में बसा है ।
खोने का तो
गम बहुत है ।
होनी को जो
करना था ।
अपने समय पर
वही हुआ है ।
अटल सत्य
यही है यारो ।
जीवन मृत्यु
अटल सत्य है ।
जीवन जिसको
यहाँ मिला है ।
मृत्यु उसकी
अटल सत्य है ।
यही सत्य है
यही सत्य है ।
जीवन का भी
यही सत्य है ।

अनन्तराम चौबे  अनन्त

जबलपुर म प्र
                                 1658/559
                              9770499027

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