हिंदी साहित्य वैभव

EMAIL.- Vikasbhardwaj3400.1234@blogger.com

Breaking

गुरुवार, 23 अगस्त 2018

4:07 am

बरसा की बूंदों ने तन को भिगोया । व्याकुल इस मन को थोड़ा गुदगुदाया । तन जब है भीगा मन भी हर्षाया । - अनन्तराम चौबे

बरसा की बूंदों ने तन को भिगोया । व्याकुल इस मन को थोड़ा गुदगुदाया । तन जब है भीगा मन भी हर्षाया । बरसा का मौसम सभी को है भाया । नदियाँ और झरने कल कल...

मंगलवार, 21 अगस्त 2018

7:59 pm

हे आर्य भूमि भारत वसुन्धरा कोटि नमन तुमको - प्रदीप ध्रुवभोपाली

हे आर्य भूमि भारत वसुन्धरा कोटि नमन तुमको। जहाँ उपजते रणबाँकुरे न्याय मिले सबको। तपोभूमि ऋषियो की भारत जाने सकल भुवन, जहाँ उपजते माणिक हीरा स्वर्ण...

सोमवार, 20 अगस्त 2018

4:59 pm

सैनिक सीना तान चला !! देखो-देखो अब सिमा पर! सैनिक सीना तान चला!! - धनंजय सिते

    !! सैनिक सीना तान चला !! देखो-देखो अब सिमा पर! सैनिक सीना तान चला!! १)माँ कि ममता,आशिश पिता का          भाई...

रविवार, 19 अगस्त 2018

9:32 pm

कुछ ख्वाहिशें थी मेरी , जो सिर्फ ख्वाहिश बन कर रह गयी । - जसवंत लाल

कुछ ख्वाहिशें थी मेरी ,  जो सिर्फ ख्वाहिश बन कर रह गयी । कुछ अरमानों की झोपड़िया ,  मजबूरियों से ढ़ह गयी ।। कुछ ख्वाहिशें थी मेरी ...................जो...
6:47 pm

ग़ज़ल - उम्रे रवाँ कटी है बड़ी बेवसी के साथ - कौसर गौसपुरी

उम्रे रवाँ कटी है बड़ी बेवसी के साथ । अच्छा नहीं हुआ है मेरी ज़िंदगी के साथ । हम पर जहाँ ने ज़ुल्मों सितम किस लिए किए , हमने बुरा किया भी नहीं है किसी...
6:40 pm

तिरंगे की कसम खा के यही ऐलान करता हूँ - प्रदीप ध्रुवभोपाली

तिरंगे की कसम खा के यही ऐलान करता हूँ । सिपाही मैं वतन का हूँ वतन पे आज मरता हूँ ।। मेरे वीरो चले आओ पुकारे भारती माँ जब मिटा दें पल में दुश्मन को रगों...
6:29 pm

नहीं पूछो किसी से आज उन्हें किस किस ने खोया है - राजेश शर्मा

नहीं पूछो किसी से आज उन्हें किस किस ने खोया है । समर्पित है नमन उनको जिन्हें यह देश रोया है ।। रहा किरदार तो यारो यहाँ अवतार जैसा था, कि पूरे राष्ट्र...
8:27 am

अटल अटल थे अभी अटल है । कल तक जो इस पृथ्वी पर थे । वही अटल आज व्रह्मविलीन हो गये । धरा पर जिसका नाम अटल था । आकाश में जाकर अटल हो गया है । - अनन्तराम चौबे "अनन्त"

अटल अटल थे अभी अटल है । कल तक जो इस पृथ्वी पर थे । वही अटल आज व्रह्मविलीन हो गये । धरा पर जिसका नाम अटल था । आकाश में जाकर अटल हो गया है । तारो के संग...
7:25 am

देश अपना प्यारा, मिलकर हम इसे सजायेंगे। आओ झूमें गायें, गुण हम इसके सब गायेंगे - भुवन बिष्ट

देश अपना प्यारा,               मिलकर हम इसे सजायेंगे।  आओ झूमें गायें,         ...
3:12 am

ग़ज़ल- उमर घटती नही यूँ तो किसी के काम आने से - नेहा नजाकत

उमर घटती नही यूँ तो किसी के काम आने से, मगर रब रूठ जाता है किसी का दिल दुखाने से । तुम्हें आना नही है जब हमे भी भूल जाना है, सदा देने से क्या हासिल...
2:40 am

सारे सपनों को छोड़ रहा हूँ , लो मैं बैशाखी तोड़ रहा हूँ - अंकित विशेष

सारे सपनों को छोड़ रहा हूँ , लो मैं बैशाखी तोड़ रहा हूँ  , हाथों में हाथ नही देना तुम , अब मेरा साथ नही देना तुम , मत देना कुछ दान नही करना , अब...

शुक्रवार, 17 अगस्त 2018

11:40 pm

तुलसी मानस प्रीत से,हृदय करे झंकार, राम सिया की भूमि पर,भाव करें शृंगार - डॉ. प्रेमलता त्रिपाठी

तुलसी मानस प्रीत से,हृदय करे झंकार । राम सिया की भूमि पर,भाव करें शृंगार ।। मिथ्या जग की साधना,पढ़ें न मानस वेद, धन्य हो गये छंद भी,मानस में साकार ।। जाने...
7:17 pm

जब तक दुनिया का पटल रहेगा, यशनाम अटल का अटल रहेगा - दिलीप कुमार पाठक

जनचेतना साहित्यिक सांस्कृतिक समिति ~226 की ओर से भारतवर्ष की जनता के चहेते,पूर्वप्रधानमंत्री, भारतरत्न,कुशलवक्ता,ओजस्वी कविश्रेष्ठ, परमादरणीय अटलविहारी...

मंगलवार, 14 अगस्त 2018

8:16 pm

तिरंगा --- चन्द्रशेखर ,भगत सिंह की तिरंगा विश्व में पहचान है तिरंगा छोड़, मैं जाऊँ कहाँ तिरंगा मेरी जान है।। - मोहन राना "अभय"

चन्द्रशेखर ,भगत  सिंह की  तिरंगा  विश्व  में  पहचान है तिरंगा छोड़, मैं  जाऊँ कहाँ तिरंगा    मेरी   ...
12:15 am

माँ प्यारी, माँ कितनी प्यारी, माँ जग की तू है उजियारी - मोहन राना

माँ प्यारी, माँ कितनी प्यारी माँ जग की तू है  उजियारी                     माँ बचपन का झूला पलना  ...

शनिवार, 11 अगस्त 2018

शुक्रवार, 10 अगस्त 2018

7:39 am

जिला हरदोई स्वाधार गृह से 19 महिलाएं लापता ----राजेश मिश्र प्रयास

----शव्द प्रहार----------- जिला हरदोई बीच                महिला स्वाधार गृह महिलाएं लापता हैं      ...
7:26 am

ऐ अमर वीर बलिदानी भारत के सपूत - प्रदीप ध्रुवभोपाली

ऐ अमर वीर बलिदानी भारत के सपूत अंगार लिखो। तुम मातृभूमि के लिए करो उत्सर्ग और तुम प्यार लिखो। दुश्मन को कर दो तहस नहस औ धूल चटा दो तुम उनको दुश्मन...

बुधवार, 8 अगस्त 2018

1:04 am

मुहब्बत ग़ज़ल संग्रह में डा. नसिमा निशा की कुछ ग़ज़लें

ग़ज़ल 1 नदी की धार, समन्दर, लहर किनारों ने । लगाया पार, हमेशा ही तेज़ धारों ने ।। सभी को रौशनी मिलती है आसमाँ से, हमें तो अंधेरा ही बख्शा है चाँद तारों...

मंगलवार, 7 अगस्त 2018

9:58 pm

मुहब्बत ग़ज़ल संग्रह से नेहा चाचरा बहल की कुछ ग़ज़लें

1 और कुछ दे नहीं सकते तुम्हे हम प्यार के सिवा । दिल में रह नहीं सकता कोई दिलदार के सिवा ।। मैं रस्ता ताकती हूँ किस घड़ी तू मिलने आजाए । हां मैंने पा...

विशिष्ट पोस्ट

सूचना :- रचनायें आमंत्रित हैं

प्रिय साहित्यकार मित्रों , आप अपनी रचनाएँ हमारे व्हाट्सएप नंबर 9627193400 पर न भेजकर ईमेल- Aksbadauni@gmail.com पर  भेजें.