विषय - श्री राधा कृष्ण जी
जब भी बात होती है प्रेम की
याद आते हैं मुझे श्री राधा कृष्ण
जब भी बात होती है विरह की
याद आते हैं मुझे श्री राधा कृष्ण
जब भी बात होती है त्याग की
याद आते हैं मुझे श्री राधा कृष्ण
जब भी बात होती है रास की
याद आते हैं मुझे श्री राधा कृष्ण
जब भी बात होती है विहार की
याद आते हैं मुझे श्री राधा कृष्ण
जब भी बात होती है संगीत की
याद आते हैं मुझे श्री राधा कृष्ण
जब भी बात होती है अनुराग की
याद आते हैं मुझे श्री राधा कृष्ण
जब भी बात होती है मिलन की
याद आते हैं मुझे श्री राधा कृष्ण
जब भी बात होती है सुर की
याद आते हैं मुझे श्री राधा कृष्ण
जब भी बात होती है मीरा की
याद आते हैं मुझे श्री राधा कृष्ण
जब भी बात होती हैं मटकी की
याद आते हैं मुझे श्री राधा कृष्ण
जब भी बात होती हैं राग की
याद आते हैं मुझे श्री राधा कृष्ण
मौलिकता प्रमाण पत्र
मैं शिवम् मिश्रा ये घोषणा करता हूं कि "श्री राधा कृष्ण जी" रचना मेरे द्वारा लिखा स्वरचित रचना है।किसी भी तरह के कॉपी राईट के उलंघन की जिम्मेदारी मेरी होगी।
शिवम् मिश्रा
मुंबई महाराष्ट्र
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