कुछ तो बोलो के क्या हुआ है दोस्त
बेसबब कौन जागता है दोस्त।
उसके सीने में क्या है इल्म नहीं
उसके होंठों पे कहकहा है दोस्त।
रौशनी शब से माँगने वाले
ये तुझे किसका मशविरा है दोस्त।
नींद टूटे न ये दुआ करना
आज ख़्वाबों का रतजगा है दोस्त।
चाँद सूरज क़रीब आये हैं
इश्क़ को हुस्न ने छुआ है दोस्त।
तू है दुनिया का मैं हूँ मौला का
दरमियाँ अपने फ़ासला है दोस्त।
#@रघुनंदन शर्मा "दानिश"@#
Raghunandan Sharma Danish
Raghunandan Sharma Danish
बेसबब कौन जागता है दोस्त।
उसके सीने में क्या है इल्म नहीं
उसके होंठों पे कहकहा है दोस्त।
रौशनी शब से माँगने वाले
ये तुझे किसका मशविरा है दोस्त।
नींद टूटे न ये दुआ करना
आज ख़्वाबों का रतजगा है दोस्त।
चाँद सूरज क़रीब आये हैं
इश्क़ को हुस्न ने छुआ है दोस्त।
तू है दुनिया का मैं हूँ मौला का
दरमियाँ अपने फ़ासला है दोस्त।
#@रघुनंदन शर्मा "दानिश"@#
Raghunandan Sharma Danish
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