पूज्य हमारी धरती माता,
हम सब उसके बालक है।
कद है हमारे छोटे बड़े,
धरती माँ हमारी सहायक है।।
धन्य- धन्यहै तेरी मिट्टी,
वह मिट्टी महक रही है।
जिस पर होते है हवन यज्ञ,
वह धरती धधक रही है।।
पेड़ उगे है धरती पर,
शोभा इसकीबढ़ाते हैं।
ड़ाली पर बैठी पंक्षी,
मीठे गीत सुनाते है।।
धरती पर कोई कुछ भी करे,
पर धरती माँ कुछ न कहती है।
उनकी यह महीमा अपार है,
सब कुछ सदा सहती है।।
धरती पर आती है ऋतुएं प्यारी,
कितनी शोभा लगती है न्यारी।
फल और फूलो से लदी हुई है,
कैसी सुन्दर धरती प्यारी।।
धरती पर है मोक्ष मार्ग,
और यहीं पर है भक्ती की धारा।
मधुर जन्म के गीत है,
और यही है संस्कार हमारा।।
सुनदर महलो से सजी हुई है,
यह है उनकी माया।
कितनी अद्भुत लगती है,
और कितनी सुन्दर है काया।।
राम ने अपने बाणो से ,
रावण को है मारा।
कृष्ण ने जन्म लिया है,
और खेल-खेल में है कंस मरा।।
नाम -अशोक कुमार (पत्रकार)
पिता का नाम -राजा राम
जन्म तिथि -27/05/1984
योग्यता-स्नातक
पता -
ग्राम-कोटखेरवा
पोस्ट-कोटवारा
जिला -लखीमपुर (खीरी )
पिन कोड-262802
मोबाइल न०-9634819813
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