गुल में पुष्प खिलाकर देखो.....
बुझता द्वीप बचाकर देखो.....
कब से अंधेरा कायम है...
तुम एक द्वीप जलाकर देखो.....
कितना अच्छा जीवन लगता...
तम को मन से मिटाकर देखो.....
तुम डूब न जाओ कहना फिर...
हमसे आंख मिलाकर देखो.....
प्यार मोहब्बत की दुनिया हैं...
नफ़रत दिल से हटाकर देखो.....
प्यार भरा हैं हममें कितना...
हमसे दिल को लगाकर देखो.....
दिल में जो , रहता है हर पल...
घर पर उसको बुलाकर देखो.....
महफ़िल में शायर आते हैैं...
महफ़िल इश्क़ सजाकर देखो.....
#पारस_शायर
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