कवितायें
10:05 am
उम्र आधी बित गई तो क्या, मोहब्बत उम्र की मोहताज़ नही ! - डिम्पल शर्मा
उम्र आधी बित गई तो क्या ?
मोहब्बत उम्र की मोहताज़ नही !
मुझे तो करनी है मोहब्बत फिर से,
वही लड़कपन वाली !
वही आधी रात को उठना,
तुम्हारे ख्यालों का ज़हन में आना,
पूरे चाँद को ताकना,
सितारों के टूटने का इंतज़ार ,
दुवा कुबूल हो, आमीन कहे कोई,
और मिल जाये बंद किताबों में,
तुम्हारा दिया, खोया सूखा गुलाब ,
महकता...!
इत्र की खुसबू जो डाली थी तुमने,
महकता आज भी वैसा ही है,
वो लड़कपन वाला
पहला प्यार !
उम्र के दायरे, चेहरे की झुर्रियों तक सिमित हैं,
प्यार का पंछी, कहाँ कैद रहता है दायरों में !
चलो ना, रात उठ कर तकते हैं चाँद को,
और करते हैं वही,
लड़कपन वाला पहला प्यार !
मैं, तुम और आधी रात !
तारों के टूटने का इंतज़ार...
उम्र आधी बीत गयी तो क्या ?
चलो ना, करते हैं...
वहि पुराना, पहला प्यार ...।
डिम्पल शर्मा