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गुरुवार, 30 जुलाई 2020

जीतेन्द्र कानपुरी की कविता - "संघर्ष करो फांसी मत लगाओ" -

 . कविता -
संघर्ष करो फांसी मत लगाओ

जिंदगी बहुत कीमती है
इसे समझो और दूसरे को समझाओ ।
अवसर पाए हो तो कुछ इसका लाभ उठाओ ।।
चलो फिरो लोगों से मिलो 
समय ब्यर्थ मत गवाओ ।
आदमी हो आदमी 
कुछ कर्तव्य निभाओ ।।
जरा सी बात में आवेश में जो आओगे ।
वक्त से पहले ही मिट जाओगे ।।
मेरी बात मानो 
मेहनत करो कुछ यस कमाओ ।
जिंदगी का भार उठाओ 
संघर्ष करो फांसी मत लगाओ ।।
लेखक एवं राष्ट्रीय कवि
जीतेन्द्र कानपुरी

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