सुन कान्हा , तू फिर से आना
बुलाये संसार रे ,
कर दे तू , हमारा बेड़ापार रे ....
माँ धरती कहती है , कान्हा आजा
हो रहा , अत्याचार रे
तू आजा और , करजा बेड़ा पार रे ...
सुन कान्हा..........
लड़किया कहती है , कान्हा आजा
हो रहे , बलात्कार रे ,
तू आके दिखलाजा चमत्कार रे ।।
सुन कान्हा .........
जनता कहती है , कान्हा आजा
हो रहे , अत्याचार रे
तू आके दिलाजा इंसाफ रे
सुन कान्हा........
माई बाप कहते है कान्हा आजा
हो रहे हम , लाचार रे
तू आके समझा दे हमारा प्यार रे
सुन कान्हा...........
गरीब कहता है कान्हा आजा
हो रहे , बेरोजगार रे
तू आके दिलाजा रोजगार रे
सुन कान्हा ...........
नारी कहती है कान्हा आजा
करो ना , अब विचार रे
तू आके दिलाजा राधासा प्यार रे
सुन कान्हा.............
"जसवंत" कहता है कान्हा आजा
करता सुदामा , जैसी आस रे
तू आके बना दे मुझे यार रे
सुन कान्हा ................
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