हिंदी साहित्य वैभव

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Breaking

सोमवार, 24 अप्रैल 2017

6:33 am

हाइकू- पानी

जल जीवन यूँ व्यर्थ न बहाओं मूल आधार जल दूषित रोग फैलते जब सचेत रहो गगन मेघा बूँद बन बरसे सावन भादों झरना बन नदी में जल बहें पहाडों बीच बारिश आयी तिरक्षी...

रविवार, 23 अप्रैल 2017

12:21 am

लघुकथा:- नारायणी

एक महिला थी उसका नाम नारायणी अर्थात् लक्ष्मी I उसके तीन बेटे और बेटियाँ थी सभी का विवाह हो चुका था और सभी बेटे अपना नया मकान बनाकर रहने लगे जिनमें...

शनिवार, 22 अप्रैल 2017

मंगलवार, 11 अप्रैल 2017

1:19 am

गंगा (सफाई)ऐक्शन प्लान/ठोस एवं जैव औषधीय कचरा प्रबंधन विधा- निबन्ध

विधा- निबन्ध गंगा नदी भारत की प्राचीन नदियों में से एक है और इसका अपना एक इतिहास है । यह नदी सब भारतीयों की एक आस्था का भी प्रतीक माना जाता है इससे हमारी...

सोमवार, 10 अप्रैल 2017

6:37 am

गंगा स्वच्छता/नमामि गंगे

विधा-तुकांत नदियों का नहीं कोई रखवारा हरा भरा स्वच्छ हो जग सारा पापियों का हो उद्‌धार जिससे पवित्र निर्मल बहती गंगा धारा जन-जन में जब आस जागाएगा,...

गुरुवार, 6 अप्रैल 2017

12:54 am

गजल:- इरादा जो किया उसको मुझे अब दिखाना है

गजल क्र○ 3 बह्र- 1222×4 इरादा जो किया उसको मुझे अब दिखाना है मुहब्बत में मिला गम है वफा यूँही निभाना है ढहाये जो सितम उसने अभी तक इस मुहब्बत में              ...

शनिवार, 1 अप्रैल 2017

6:12 am

गजल:- मुहब्बत लुटाने के दिन आ रहे है

गजल क्र○ 2 मुहब्बत लुटाने के दिन आ रहे है नजर को चुराने के दिन आ रहे है तुम्हारी निगाहें मुण्डेरे पे अटकीं कबूतर उडाने के दिन आ रहे है तुम्हारा बदन...
5:56 am

मुक्तक- जीवन एक चुनौती

जीवन भर लक्ष्य चुनौती रहता है जीवन दुखमय गागर मे रहता है मंजिल मिल जाये संघर्ष करने से जीवन सुखमय सागर में बहता है ©विकास भारद्वाज "सुदीप"   9627193400          ...

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