बाल कविता
6:58 am
बालकविता~"मेरे प्यारे-प्यारे पापा - दिलीप पाठक
मुझे दिखाओ मेला पापा|
वहाँ दिलाना केला पापा||
झूलूँगा मैं झूला पापा|
झूला फूला-फूला पापा||
बाइक पर बैठाओ पापा|
जल्दी से ले जाओ पापा||
कपड़े तो हो पहने पापा|
लगते हो क्या कहने पापा||
कर ली सब तैयारी पापा|
मइया की बलिहारी पापा||
लेना खेल खिलौने पापा|
लगते बड़े सलौने पापा|
मेरे प्यारे -प्यारे पापा|
सारे जग से न्यारे पापा||
दिलीप कुमार पाठक "सरस"