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शनिवार, 1 अप्रैल 2017

5:56 am

मुक्तक- जीवन एक चुनौती

जीवन भर लक्ष्य चुनौती रहता है
जीवन दुखमय गागर मे रहता है
मंजिल मिल जाये संघर्ष करने से
जीवन सुखमय सागर में बहता है

©विकास भारद्वाज "सुदीप"
  9627193400           1 मार्च 2017

सोमवार, 20 मार्च 2017

5:00 am

“विश्व गौरैया दिवस”- 2017

जब आंगन में गौरैया चहचहाहट से लुभाती है
प्यारी गौरैया फ़ुदक-फ़ुदक मन को सुहाती है        
सब मिलकर गौरैया और बिटिया को बचाओ
जब नन्हीं गौरैया तिनकों का जाल बिछाती है

सबसे नज़र चुरा फ़ुदक कर दाना उठाती है
प्यारी गौरैया सब बच्चो के मन को भाती है
ये नन्ही चिड़िया धीरे-धीरे गायब होने लगी
प्यारी गौरैया कच्चे घर में घोंसला बनाती है

©विकास भारद्वाज "सुदीप"
   20 मार्च 2017

शुक्रवार, 10 मार्च 2017

5:28 am

●मुक्तक- महफिल ए इशारा●

महफिल ए यार में देख हमें इशारा करती हो
सबसे नजर बचा आँखो से गवारा करती हो
मुझको छुपकर देखना तेरा बदनाम न कर दे
हमसे क्यू रूठ कर खुद से किनारा करती हो

©कवि विकास भारद्वाज "सुदीप"
05/03/2017

5:16 am

●मुक्तक- काजल-कलंक●


जब शबनमी आँखो मे वो काजल लगाती है
ना जाने कितने आरमाँ वो दिल में जगाती है
कंलक लगे ना आँचल पर यूही वफा निभाना
सदा पास है वो मुझको ये एहसास कराती है

©विकास भारद्वाज "सुदीप"
   10/03/2017

बुधवार, 8 मार्च 2017

12:09 am

●मेरे प्यारे वतन हिन्दुस्तान की शान है नारी ●

विज्ञान व तकनीकी को अब सिखाती है नारी ।
समाज व राष्ट्र को मजबूती दिखाती है नारी ।।
सीता, सती - सावित्री जैसी पूज्यनीय नारी                
पति - पत्नी  में  विश्वास  की  डोर  है नारी ।।

जन्म देती है, और बोलना सिखाती है नारी ।
खुद का सुख छोड बच्चों को पालती है नारी ।।
भाई-बहन के अनोखे बंधन में रहती हो तुम
अपने बच्चों के लिए ममता का सागर है नारी ।।

मेरे प्यारे वतन हिन्दुस्तान की शान है नारी ।
घर की सुख समृध्दि,परिवार का मान है नारी ।।
घर का काम बिना रूके करें,ना करे विश्राम
अबला नही मैदान में संग्राम का नाम है नारी ।।

घर-आँगन की शान, शक्ति की धारण है नारी ।
लक्ष्मीबाई बन देश-धर्म की रक्षा करती नारी ।।
दुनिया में बहन,माँ-बेटी,पत्नी के रूप हो तुम
एक ही सिक्के के दो पहलु हैं पुरुष और नारी ।।

©विकास भारद्वाज "सुदीप"
 9627193400                                     
 08 मार्च 2017


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