सिक्स लेन की
सड़कों के ऊपर से
गुज़र गए बादल
निकल गये जनपद से बाहर
बिन बरसे
वही सिक्स लेन सड़कें
जिनके लिए हज़ारों पेड़
हलाक हुए
और हो रहे हैं
बादलों के न टिकने से
जनपद सूखा है
विकास हो रहा है
मगर धरती प्यासी
जन भूखा है
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केशव शरण
23-08-1960
प्रकाशित कृतियां-
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