हिंदी साहित्य वैभव

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मंगलवार, 9 जुलाई 2019

6:53 pm

हिंदी और उर्दू

हिंदी और उर्दू भले ही दो बहनें दोनों ही बहुत खूबसूरत गहनें हिंदी और उर्दू------- दोनों पर ही है हमारी शान फिर क्यों एक हिन्दू दूसरी मुसलमान हिंदी...
6:47 pm

अच्छी सोच बुरी सोच

शब्बो अम्मा बड़े सब्र वाली और ठंडे मिज़ाज की औरत थी। रोज़ की तरह शब्बो अम्मा लकड़ियां बीनने  जंगल में गई। वहां जंगल में सर्दी,गर्मी और बरसात में...

गुरुवार, 4 जुलाई 2019

10:41 pm

ग़ज़ल :- जीवन का सफर यूँ ही कट जाएगा

हँसते रहो सबको खूब हंसाते रहो। जिंदगी में हर पल मुस्कराते रहो। जीवन का सफर यूँ ही कट जाएगा, स्वर ताल व लय से गुनगुनाते रहो। कल कहाँ होंगे हमें कुछ...
5:19 am

ग़ैरों की बेटी पर तो - वीरेंद्र कौशल

ग़ैरों की बेटी पर तो  आप अपनी जान तक देते हो लेकिन जब आपके  अपने बेटी होने लगती है तो उसकी जान क्यों लेते हो। सदा जी भर मुस्कुराएं...

बुधवार, 3 जुलाई 2019

7:53 pm

बदलते रंग

गिरगिट और गिरहकिट दोनों रंग बदलते हैं।कीड़े और लोग उनके झांसे में आ जातें हैं।इस तरह असतर्क बेचारे बेमौत मारे जाते है।क्या आप भी ऐसे तत्वों से सावधान...
9:15 am

ग़ज़ल :- ज़िंदगानी इक सज़ा है सोचिए

ज़िंदगानी इक सज़ा है सोचिए ।दर्द  ही  इसकी दवा है सोचिए ।। दुश्मनों  से  दोस्ती क्योंकर हुई ।दोस्तों से क्या गिला है सोचिए ।। सदियों...
9:04 am

कविता:- माता

धरती हमारी माता है गाय हमारी माता है नदी हमारी माता है हमारी माता भी हमारी माता है जब तक इनके और हमारे बीच पैसा नहीं आता है उसके बाद कौन किसकी...
9:00 am

विकास, भूख और प्यास

सिक्स लेन की सड़कों के ऊपर से गुज़र गए बादल निकल गये जनपद से बाहर बिन बरसे वही सिक्स लेन सड़कें जिनके लिए हज़ारों पेड़ हलाक हुए और हो रहे...

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