कवितायें
6:53 pm
हिंदी और उर्दू
हिंदी और उर्दू भले ही दो बहनें
दोनों ही बहुत खूबसूरत गहनें
हिंदी और उर्दू-------
दोनों पर ही है हमारी शान
फिर क्यों एक हिन्दू दूसरी मुसलमान
हिंदी और उर्दू--------
भाषा में इतनी मिठास
फिर क्यों लगे कयास
हिंदी और उर्दू------
न गला तर होता
न बुझती है प्यास
हिंदी और उर्दू-------
यही है सगी बहनों की कहानी
जो मुझे है आपको बतानी
हिंदी और उर्दू------
एक है कंठस्त एक ज़ुबानी
एक शहीद एक क़ुर्बानी
हिंदी और उर्दू-------
भाषा न धर्म न मज़हब
दोनों की पकड़ है गज़ब
हिन्दी और उर्दू------
एक जोड़ती है एक मिलाती
एक संस्कार सिखाती एक निभाती
हिंदी और उर्दू-------
हिंदी और उर्दू-------
आपका प्यार
वीरेंद्र कौशल