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कविता
यारो अपनी फिजा खुद बनानी पड़ती है -ओला गिरे या आग बरसे फसल उगानी पड़ती है ।यारो अपनी फिजा खुद बनानी पड़ती है ।।जिंदगी भर आते है कई मोड़ जिंदगी में ।हर...
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