हिंदी साहित्य वैभव

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बुधवार, 26 जुलाई 2017

4:53 am

हरियाली तीज

हरियाली तीज दोहे- घर में नव व्यंजन बनें, खाना लगे लजीज । सावन आये बरसता, तब हरियाली तीज।। हाथों में रच मेंहदी, सखियाँ गाये गीत । सबके सजन घर आये, तुम...

शनिवार, 22 जुलाई 2017

4:17 am

बस एक ख्याल तुम्हारा

ये ख्याल भी न जाने कैसा ख्याल है खोया रहता हूँ तुम्हारे ख्यालों में, तेरी चाहत जो अक्सर खींच लेती है मुझको तेरी ओर। डूबा सा जाता हूँ तुझमें इस कदर, कि...

गुरुवार, 20 जुलाई 2017

8:34 am

रिश्तों की संजीवनी में बुजुर्गो की भूमिका

रिश्तों की संजीवनी में बुजुर्गो की भूमिका रिश्तों की संजीवनी बूटी बन जाते है, हमारे घर के बुजुर्ग कांपता हाथ सिर पर रखते ही, रास्तों के पत्थर हटा देते...

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