सुदीप कविता सरोवर 8:07 pm "माँ याद तुम्हारी सताती है " माँ तो बच्चों के लिए खुद को भूल जाती है । माँ ही सदा हमें पापा की डाँट से बचाती है ।। जमाने के ताने - बाने से घबराता मेरा मन, माँ अब घर से दूर याद तुम्हारी... https://hsvaibhav.blogspot.com/?m=1 0