सुदीप गजल-सग्रंह
11:56 pm
गजल
यूं हम दोनों' वादा वफा का निभा दें ।
चलो जिन्दगी को मुहब्बत बना दें ।।
मेरी रूह है अब तुम्हारी अमानत ।
मुहब्बत भरा दिल तुम्हीं पे लुटा दें ।।
© विकास भारद्वाज
28 मार्च 2018
यूं हम दोनों' वादा वफा का निभा दें ।
चलो जिन्दगी को मुहब्बत बना दें ।।
मेरी रूह है अब तुम्हारी अमानत ।
मुहब्बत भरा दिल तुम्हीं पे लुटा दें ।।
© विकास भारद्वाज
28 मार्च 2018
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